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जाहिद मीर रतलामी

Sunday, May 31, 2009

सूफी मस्जिद भोपाल


Posted by zahid meer at 2:05 AM 3 comments:
Labels: जाहिद मीर रतलामी

झील में ये इमारत नवाब शासको कला प्रेम दर्शाती है


Posted by zahid meer at 2:05 AM No comments:
Labels: जाहिद मीर रतलामी

कला सम्मान या अपमान तस्वीर से समझे




Posted by zahid meer at 2:05 AM No comments:
Labels: जाहिद मीर रतलामी

Saturday, May 30, 2009

परिंदे भी झील को खूबसूरत बना देते है


Posted by zahid meer at 2:59 AM 1 comment:
Labels: जाहिद मीर रतलामी

सदर मंजिल रोड


Posted by zahid meer at 2:59 AM 1 comment:
Labels: जाहिद मीर रतलामी

छोटी झील को बादलों ने मौसम की खुबसूरत चादर ओडा दी!


मौसम के बदलते नज़ारे कभी कभी नज़र आते हैं!
Posted by zahid meer at 2:59 AM 5 comments:
Labels: जाहिद मीर रतलामी
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      • सूफी मस्जिद भोपाल
      • झील में ये इमारत नवाब शासको कला प्रेम दर्शाती है
      • कला सम्मान या अपमान तस्वीर से समझे
      • परिंदे भी झील को खूबसूरत बना देते है
      • सदर मंजिल रोड
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